शुक्रवार, 19 मार्च 2021

maa ke liye line

 






for maa 








चाहे जिंदगी हो , परवरिश हो, संस्कार हो, अनगिनत चीजें सिर्फ देना ही तो आपका काम है ,

सबसे छोटा , प्यारा, बलशाली " माँ " इस दुनिया में बस आपका ही नाम है !

परेशान हुँ मैं या कोई मुश्किल है मुझे, बिना बताए कैसे पता चलता है आपको ,

खुदकिस्मत से भी बहुत खुद्किस्मति हुँ जो आप मिलीं हैं मुझको !

कभी भी अपने लिए नहीं सोचा सिर्फ परिवार और बच्चों के लिए सोचती हो आप,

क्यों हमें ज्यादा खाना खिलाने के चक्कर में खुद भूखी रह जाती हो आप ,

वैसे तो जाती हो अपने शॉपिंग के लिए , मगर हमारे लिए ज्यादा खरीद कर लती हो आप 

तबियत भी अगर ख़राब हो तो नहीं बताती हो आप , 

थकती तो आप भी हो, लेकिन सुबह सबसे पहले उठकर , रात में सबके सोने के बाद सोती हो आप ,

सब कुछ बस हमारे लिए ही करती हो लेकिन, हमसे कुछ भी नहीं चाहती हो आप ,

कितनी बार तो दूसरों का frustration भी हमारा आप पे उतरता है ,

बुरा तो आप को भी लगता है, लेकिन हमें बुरा लगेगा इसलिए कुछ नहीं कह पाती  हो आप ,

फिर भी हमारा टेंशन दूर हो ऐसा ही चाहती हो आप !

हमनें कभी भी आपके लिए ज्यादा कुछ नहीं किया, फिर भी कहती हो बहुत किया है , 

लेकिन कभी भी अपने प्यार और त्याग को नहीं गिना है!

अब समझ आया  , आपको क्यों नहीं दी जाती है सैलरी 

क्यूंकि दुनिया की सारी  दौलत भी आपके प्यार और त्याग के आगे फीकी पड़  जाती है !

 लिखते - लिखते आँखे छलक गई मेरी आपके बारे में सोचते - सोचते, 

आप कभी भी परेशान नहीं हुए हमारे लिए इतना कुछ करते - करते !

अभी भी आपकी गोद में लेटके, आपका हाथ आपने सिर  पे फेरते हुए चाहिए,

मैं कहीं भी रहूं लेकिन जब  भी वापिस घर में आऊं मुझे आप दिखने चाहिए !

ऐसी आदत बचपन से अबतक हो गई है आपकी, लगता है कभी छूट नहीं पायेगी,

तभी तो माँ शक्ति ने बनाया है आपको हमारे लिए, क्योंकि वो हमेशा  हमारे पास हमारी रक्षा और परवाह  के लिए नहीं रह पाएंगी !

कितना भी थैंक्स (Thanks ) करूँ आपको या तारीफ करूँ शब्द काम पड़ जाएंगे ,

हमारे लिए आपका त्याग और समर्पण देखके मेरी आँखे भर जाएगी !maa ke liye line

आखरी पंक्तियों में बस इतना ही कहना चाहती हूँ , 

में अपनी पूरी जिंदगी आपके प्यार और डांट के छाव में रहना चाहती हूँ !!




  आज हम बात करेंगे पीढ़ी के अंतर के बारे में। हम सबने इसे महसूस किया है—जब हमारे माता-पिता या दादा-दादी हमारी पसंद-नापसंद को समझ नहीं पाते, ...